ग्रहों की आयु
वैदिक ज्योतिष के अनुसार जन्म कुंडली में जो ग्रह बली होगा। वह ग्रह अपनी अवस्था आने पर जातक को उस उम्र में अपना अच्छा फल देगा। साथ ही यदि उस उम्र में उस ग्रह की दशा अंतर्दशा भी आ जाए तो उस काल में विशेष ग्रह संबंधित फल प्रदान करेगा।
सूर्य अपना फल 22 वर्ष के उम्र में देता है।
चंद्रमा अपना विशेष फल 24 वर्ष के उम्र में प्रदान करता है।
मंगल अपना विशेष फल 28 वर्ष की आयु में प्रदान करता है।
बुध अपना विशेष फल 32 वर्ष की आयु में प्रदान करता है।
गुरु अपना विशेष फल 16 वर्ष की आयु में प्रदान करता है।
शुक्र अपना विशेष फल 25 वर्ष की आयु में प्रदान करता है।
शनि अपना विशेष पर 36 वर्ष की आयु में प्रदान करता है।
राहु अपना विशेष फल 42 वर्ष की आयु में प्रदान करता है। केतु अपना विशेष फल 48 वर्ष की आयु में प्रदान करता है।
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