विशाखा नक्षत्र के व्यवसाय

विशाखा नक्षत्र का विस्तार तुला राशि में 20 अंश से प्रारंभ होता है और वृश्चिक राशि में 3 अंश 20 कला तक रहता है। इस नक्षत्र में चार चरण होता है ।

प्रथम चरण अक्षर --"ती" ,
प्रथम चरण स्वामी ग्रह -- मंगल ।
द्वितीय चरण अक्षर -- " तू " ,
द्वितीय चरण स्वामी ग्रह -- शुक्र ।
तृतीय चरण अक्षर -- "ते " ,
तृतीय चरण स्वामी ग्रह -- बुध।
चतुर्थ चरण अक्षर --" तो " ,
चतुर्थ चरण स्वामी ग्रह --चंद्र ।
इस नक्षत्र के प्रथम तीन चरण तुला राशि में आते है जिसका स्वामी ग्रह शुक्र है । जबकि चतुर्थ चरण वृश्चिक राशि में आता है , जिसका स्वामी मंगल है ।
इस नक्षत्र के अधिकार में निम्नलिखित व्यवसाय आते हैं :-
मदिरा उद्योग, मदिरालय, फैशन, मॉडल, मंच कलाकार, रेडियो कलाकार, दूरदर्शन कलाकार, श्रमिक, राजनैतिक दल के नेता तथा अधिकारी, खिलाड़ी, विशिष्ट धर्म अथवा संप्रदाय के कट्टरपंथी अनुयायी, धर्म के ठेकेदार, आंदोलन चलाने वाले अथवा विरोध प्रदर्शन आयोजक, सैनिक, नर्तक, समालोचक, संगठित अपराध के नेता आदि इस नक्षत्र के अधिकार में आते हैं.
कस्टम अधिकारी, पुलिसकर्मी, सुरक्षाकर्मी, अंगरक्षक, देह व्यापार, अवैध यौन आचरण, आतंकवादी, क्रांतिकारी आदि भी इस नक्षत्र के अधिकार क्षेत्र में आते हैं. लाल फूल, लाल फल, सेब, आलू बुखारा, तिल, मूंग, दाल व्यवसाय, कपास, कपास से निर्मित पदार्थ, चना, भट्टी पर काम करने वाले, विवाद निपटाने वाले, लेखक, नृत्य, संगीत, वस्त्राभूषण व्यवसाय, धान्य संग्रह आदि व्यवसाय विशाखा नक्षत्र के अन्तर्गत आते हैं.
विशाखा नक्षत्र का जातक किसी भी क्षेत्र में देखा जा सकता है. विशाखा नक्षत्र जातक की प्रवृत्ति अपना व्यवसाय बदलते रहने की भी होती है. व्यवसाय बदलते रहना इसका विशिष्ट गुण भी कहा जा सकता है.

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