शीर्षोदय, पृष्ठोंदय एवं उभयोदय संज्ञाएं
शीर्षोदय राशि
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इसके अंतर्गत मिथुन राशि सिंह राशि कन्या राशि तुला राशि वृश्चिक राशि और कुंभ राशि आता है। यदि प्रश्न लग्न में शीर्षोदय राशि हो तो जिस कार्य के लिए प्रश्न किया गया है उसमें जल्द से जल्द सफलता मिलता है । जैसे कि कोई नौकरी के लिए प्रश्न करें या विवाह के लिए प्रश्न करें तो कहे कि बहुत जल्द आपका नौकरी या विवाह होने वाला है।
यदि कोई प्रश्न करें कि मैंने दो लड़का या लड़की देखा है । इस में से किसके साथ विवाह करना उचित रहेगा तो प्रश्न लग्न में शीर्षोदय राशि होने के कारण जिस लड़की लड़का को पहले देखा है उसी के साथ विवाह करने के लिए बोले।
पृष्ठोंदय राशियां
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इसके अंतर्गत मेष राशि, वृषभ राशि ,कर्क राशि ,धनु राशि और मकर राशि आता है। अर्थात का पिछला भाग पहले पूर्वी क्षितिज पर उदित होता है। पृष्ठोदय राशि मैं किसी भी प्रकार का प्रश्न किया जाए कार्यों की सफलता या असफलता के लिए जैसे की नौकरी लगेगा, विवाह मेरा कब होगा तो ऐसे प्रश्न का उत्तर में हमे कहना चाहिए कि अभी नौकरी या विवाह में देरी या अभी नहीं होगा कहना चाहिए ।
उभयोदय राशि
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इसके अंतर्गत मीन राशि आता है। अर्थात सिर और पूंछ दोनों एक साथ पूर्वी क्षितिज पर उदित होते हैं। मीन राशि का प्रतीक चिन्ह दो मछलियों का है जोकि सी और पूजा की तरफ से एक दूसरे से जुड़े हुए हैं। प्रश्न लग्न में उभयोदय राशि हो तो कार्यों में सफलता बहुत अधिक प्रयत्न करने पर मिलता है।
नोट
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शीर्षोदय राशि ,पृष्ठोंदय राशि और उभयोदय राशि लग्न में यदि कोई ग्रह ना हो तो उपरोक्त प्रकार से उत्तर दें। यदि इन लग्न में ग्रह होंगे तो फल बदल जाएगा।
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