प्रश्न विचार
दैवज्ञ को प्रश्न का विचार करते समय निम्न बातों का अवश्य ध्यान रखें।
प्रश्न कर्ता की दिशा,प्रश्न करता किस स्थान में प्रश्न कर रहा है, प्रश्न कर्ता के वचन, प्रश्न के समय दिखने वाली वस्तु, प्रश्न करता द्वारा अपने या किसी दूसरे के शरीर के किसी अंग को छू तो नहीं रहा और प्रश्न लग्न का विचार अवश्य करना चाहिए।
क्योंकि सर्वज्ञ परमात्मा है, चराचर जगत में होने वाले परिवर्तन व चेष्टाओं द्वारा प्रश्न करता के शुभ अशुभ फल का पूर्व संकेत प्राप्त होता है।
प्रश्न कर्ता की दिशा,प्रश्न करता किस स्थान में प्रश्न कर रहा है, प्रश्न कर्ता के वचन, प्रश्न के समय दिखने वाली वस्तु, प्रश्न करता द्वारा अपने या किसी दूसरे के शरीर के किसी अंग को छू तो नहीं रहा और प्रश्न लग्न का विचार अवश्य करना चाहिए।
क्योंकि सर्वज्ञ परमात्मा है, चराचर जगत में होने वाले परिवर्तन व चेष्टाओं द्वारा प्रश्न करता के शुभ अशुभ फल का पूर्व संकेत प्राप्त होता है।
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