क्लीव योग
जिस कन्या के जन्म काल में सप्तम स्थान में बुध और शनि स्थित हो तो उसका पति क्लीव ( नपुंसक ) सदृश्य होता है।
हस्त रेखा से
1, यदि शुक्र पर्वत जरूरत से ज्यादा दबा हुआ हो ।
2, यदि हथेली में शुक्र मुद्रिका हो तथा बुध रेखा का शनि रेखा से संबंध हो ।
3, हथेली के बीच में त्रिकोण हो तथा उस पर बिंदु हो।
4, शुक्र पर्वत पर पीले रंग का तारक चिन्ह हो ।
5, चंद्र पर्वत अत्यंत कमजोर तथा उस पर त्रिकोण का चिन्ह हो।
6, शनि रेखा तथा चंद्र रेखा परस्पर हो , उंगलिया मध्यम आकार की हो।
क्लीव योग में जन्म लेने वाला जातक कायर कमजोर तथा नपुंसक होता है । वह काम कला में अपनी पत्नी को संतुष्ट नहीं कर पाता तथा उस पर पत्नी का व्यक्तित्व हावी रहता है। ऐसा व्यक्ति जोखिम भरे कार्यों से दूर रहता है तथा कोई भी नया कार्य करते समय मन ही मन हिचकिचाता रहता है । यह लड़ाई झगड़ों में विश्वास नहीं करता तथा दूसरों की अधीनता में कार्य कर अपने जीवन को गुजार देता है।
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