ग्रहों के वस्त्र

वस्त्र जहां हमारे खूबसूरती को उभारता है। वही इसका प्रयोग हम अपने शरीर को ढकने के लिए भी करते हैं। वस्त्र हमें वातावरण के प्रभाव से भी बचाता है। ठंडी में गर्म कपड़े पहनते हैं और गर्मी में हल्के कपड़े पहनते हैं। वैदिक ज्योतिष में प्रत्येक ग्रह के अपने वस्त्र हैं। इन वस्त्रों के प्रयोग से ग्रहों के शुभ प्रभाव को बढ़ाया जा सकता है। 
सूर्य
मोटा कपड़ा , मोटी बुनाई वाला , खुरदरा खादी या हाथ करघे की रेशम , सर्ज , ऊनी शूटिंग आदि कपड़े सूर्य के होते हैं।
चंद्रमा
नया , अप्रयुक्त , कोरा जिसे अभी पहनाना हो, जो वस्त्र सुंदर दिखने वाला हो , मुलायम महीन वस्त्र हो आदि कपड़े चंद्रमा के होते हैं।

मंगल
अग्नि से मामूली जला हुआ , स्टीम प्रेस किया हुआ , एसिड वॉश, स्टोनवॉश कपड़ा मंगल के कपड़े होते हैं।

बुध
पानी में भीगा हुआ , कलफ लगा हुआ , हल्का गीला कपड़े बुध के होते हैं।

गुरु
ना बहुत पुराना ना बिल्कुल नया कपड़े गुरु के होते हैं।

शुक्र
मजबूत रेशमी , ऊनी या सूती कपड़े शुक्र के होते हैं।

शनि
पुराना , घिसा हुआ या फटा हुआ या चीर चीर हुआ कपड़े शनि के होते हैं।

नोट
उपयुक्त वस्त्र का विचार प्रसव के समय या घटना के समय व्यक्ति ने कैसे वस्त्र पहने थे इसे जानने के लिए उपयोग करें।
साथ ही ग्रहों के उपाय करने के लिए भी कपड़ों का प्रयोग किया जाता है। 

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