सर्विस वाली पत्नी की मांग
आज के समय में सर्विस वाली पत्नी की मांग बढ़ गई है।
आखिर क्यों चाहिए नौकरी वाली बीवी चलो इसको जानने का प्रयास करते हैं। वैसे तो यह प्रश्न सामान्य सा है, इसके उत्तर में कुछ बातें लिखा जा सकता है जैसे कि बढ़ती हुई महंगाई की वजह घर के खर्च को अकेले कमाने वाला पति पूरा नहीं कर पाता जिसके कारण से कुछ पुरुष सरकारी नौकरी वाली पत्नी चाहते हैं। ताकि आर्थिक स्थिति सुदृढ़ बना रहे। परंतु आप सभी तो जानते ही हैं वक्त के साथ सभी सुधारवादी दृष्टिकोण में स्वार्थ वादी दृष्टिकोण भी पनपने लगता है।
जहां पहले घर की जरूरत पूरा करने के लिए ही कमाऊ बीवी की आवश्यकता थी । परंतु अब आर्थिक स्थिति सुदृढ़ होते हुए भी कमाए बीवी की आवश्यकता है क्योंकि अब स्वार्थ ने घर कर लिया है। अब तो स्वार्थी लोग तो स्त्री के गुण नहीं देखते, देखते हैं तो बस कितनी कमाती है। डॉक्टर है तो डॉक्टर चाहिए, इंजीनियर है तो इंजीनियर चाहिए। सिविल सर्विस में तो सिविल सर्विस वाली पत्नी चाहिए। समय कितना बदल गया। पति पत्नी दोनों कमाते हैं तो या आजकल स्टेटस सिंबल भी हो गया है।
जहां परिवार की जरूरत को पूरा करने के लिए महिलाएं घर से बाहर निकली और आर्थिक जरूरत को पूरा की वही इसके कारण कई परिवार के संबंधों में खटास भी आने लगा है।
जिसके कुछ कारण है।
1, नौकरी की वजह से पति पत्नी का एक दूसरे को पर्याप्त समय न दे पाना।
2, कार्यस्थल की खींज को घर में ले आना और घर का माहौल खराब करना।
3, समय न दे पाने के वजह से एक दूसरे की भावनाओं को समझ कर मानसिक रूप से सपोर्ट न कर पाना।
4, किसी तीसरे पर्सन के कारण वैवाहिक जीवन में खटास ले आना।
5, महिलाएं घर से बाहर निकल रही है कमाने के लिए तो हर किसी से मुस्कुरा कर बात करना सधारण सी बात है परंतु इस स्थिति को तीसरे पर्सन का एंट्री रूपी शंका समझ कर कभी-कभी घर के बुनियाद को हिला देते है।
6, कुछ मामलों में एक्स्ट्रा मैरिटल अफेयर के कारण घर टूटने लगता है।
7, सबसे ज्यादा तो पैसे के मुद्दे पर बहस होता है। दोनों एक दूसरे पर दोषारोपण करते रहते हैं कि तुम मेरा ही पैसा खर्च करा रहे हो। जबकि वह पैसा उन दोनों का ही है।
एस्ट्रोलॉजी करते हुए कुछ केस मेरे सामने आए जिसमें जहां स्त्री को अपने पैसा कमाने पर घमंड हो जाता है। और पैसे के लिए ताना मारने से ही बाज नहीं आती। जिससे पुरुष का स्वाभिमान बार-बार चकना चूर होते रहता है ।
तो कहीं कहीं पर पुरुष पैसा के प्रति बहुत ही स्वार्थी या लालची होता है पत्नी के सारी कमाई पर अपना ही कब्जा जमाते रखता है अपनी कमाई का एक रुपए भी अपनी पत्नी पर खर्च नहीं करता। बल्कि एक एक रुपए का हिसाब किताब रखता है। साथ ही पैसे के लिए टॉर्चर भी करता है।
अतः माता-पिता अपने बच्चों का विवाह करने के लिए वर या वधू का चयन करने की प्रक्रिया में हो तो लड़की घमंडी तो नहीं और पुरुष लालची तो नहीं है।
इस बात का विशेष जांच परख कर ले।
साथ ही कैसे भी परिस्थिति हो एक दूसरे के लिए समय चुराना जानते हो अर्थात समय मैनेजमेंट के बारे में वर वधु का राय भी जरूर ले।
Comments
Post a Comment