ग्रहों के रत्न
आज के समय में रत्नों के प्रति लोगों की जिज्ञासा बढ़ती जा रही है। आप प्रायः लोगों के हाथों में रत्न पहने हुए देख सकते हैं। इनको पहनने के पीछे कारण होता है ग्रहों के कुप्रभाव को दूर करना और सकारात्मक ऊर्जा का संचार कर ग्रहों से संबंधित सकारात्मक फल प्राप्त करना। रत्नों का अपना वैज्ञानिक आधार भी है जो रंग चिकित्सा पर आधारित है । हम सभी को ज्ञात है कि हमारी धरती में मुख्य उर्जा का स्रोत सूर्य ग्रह है तथा सूर्य के प्रकाश में सात रंग पाए जाते हैं । सौर मंडलीय किरणों का प्रभाव समस्त जीव जंतुओं पर पढ़ता है । प्रत्येक ग्रह का अपना एक किरण होता है इसी किरण के गुण को हम रत्नों के माध्यम से ग्रहण कर पॉजिटिव उर्जा में वृद्धि करते हैं।
सूर्य
इस ग्रह से संबंधित रत्न माणिक्य है।
चन्द्र
इस ग्रह से संबंधित रत्न मोती है।
मंगल
इस ग्रह से संबंधित रत्न मूंगा है।
बुध
इस ग्रह से संबंधित रत्न पन्ना है।
गुरु
इस ग्रह से संबंधित रत्न पुखराज है।
शुक्र
इस ग्रह से संबंधित रत्न हीरा है।
शनि
इस ग्रह से संबंधित रत्न नीलम है।
राहु
इस ग्रह से संबंधित रत्न गोमेद है।
केतु
इस ग्रह से संबंधित रत्न लहसुनिया है।
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