हस्त नक्षत्र के व्यवसाय


कन्या राशि में 10 अंश से 23 अंश 20 कला तक रहता है। इस नक्षत्र के चार चरण होते है ।
प्रथम चरण अक्षर -- " पू" ,    
प्रथम चरण स्वामी ग्रह  -- मंगल ।
द्वितीय चरण अक्षर -- " ष ",
द्वितीय चरण स्वामी ग्रह -- शुक्र ।
तृतीय चरण अक्षर -- "ण" ,
तृतीय चरण स्वामी ग्रह  -- बुध ।
चतुर्थ चरण अक्षर -- "ठ" ,
चतुर्थ चरण स्वामी ग्रह  -- चन्द्रमा ।
कन्या राशि का स्वामी ग्रह बुध है ।
 इस के अधिकार क्षेत्र में निम्नलिखित व्यवसाय आते हैं :-
हस्त नक्षत्र का स्वामी चंद्रमा है तो कला से संबंधित व्यवसाय इस नक्षत्र के अन्तर्गत आते हैं जैसे शिल्पी अथवा दस्तकार, सौन्दर्य प्रसाधन निर्माता, आन्तरिक गृह सज्जा, हाथ की कोमलता व लचक परक सभी कार्य इस नक्षत्र के अन्तर्गत आते हैं । मिस्त्री, कागज को तोड़-मरोड़कर उसे आकृति देने वाले कुशल विशेषज्ञ, चित्रकार अथवा अन्य कारीगर, पोटरी व शिरोमिक उद्योग, जेवर बनाने वाले जौहरी अथवा आभूषण व्यवसाय आदि इस नक्षत्र के अंदर आते हैं. श्रमिक, जिमनास्टिक, सर्कस के कलाकार, हास्य कलाकार, एकरोबैट, दैनिक उपयोग की वस्तुओं के उत्पादक, अन्वेषक, परी कथा लेखक, मुद्रण तथा प्रकाशन उद्योग, कागज उत्पादन, पैकेजिंग उद्योग, लेखाकार, बैंकर्स, टाईपिस्ट आदि इस नक्षत्र के अधिकार में आते है ।
कैसीनो चलाने वाले, जुआरी, जेबकतरे, चोर, तस्कर, जालसाज, तिजोरी तोड़ने वाले, सड़क पर मजमा लगाकर रोजी-रोटी कमाने वाले लोग, शेयर दलाल, नीलामकर्त्ता, बड़े वाहनों का व्यवसाय, खिलौने बनाने वाले, बढ़ई, घरेलू नौकर, विक्रेता, क्लर्क, सफाई कर्मी, मालिश करने वाले, छोटे दुकानदार, वस्त्र उद्योग आदि भी इस नक्षत्र के अधिकार में आते हैं । डॉक्टर, फिजियोथेरेपिस्ट, मनोचिकित्सक, टैरो कार्ड रीडर, हस्त रेखा विशेषज्ञ, ज्योतिषी, वेदज्ञ व्यक्ति, वास्तु व्यवसाय भी हस्त नक्षत्र के अन्तर्गत आते हैं।
बाग-बगीचों का माली, कृषक, खाद्य पदार्थ उत्पादन से जुड़े लोग, चावल आदि अन्न, सूखे मेवे, धन के लेन-देन से जुड़े लोग, रेडियो अथवा दूरदर्शन पर आँखों देखा हाल सुनाने वाले सभी लोग, समाचार वाचक, जूड़ो-कराटे प्रशिक्षक आदि इस नक्षत्र के अन्तर्गत आते हैं ।

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