ज्योतिष एवं प्रेम


एक ज्योतिषी के पास प्यार के बारे में जानने के लिए जातक बहुत से प्रकार का प्रश्न पूछता है जिसके लिए निम्न पाइट के माध्यम से विचार करना होता है ।
1, प्रेम के लिए उत्तरदायी ग्रह ,
2, प्रेम के लिए कारक भाव ,
3, प्रेम होगा अथवा नहीं ,
4, प्रेम संबंध कब स्थापित होगा ,
5, प्रेम संबंध किस जगह पर होगा ,
6, प्रेमी / प्रेमिका भाग्यवर्धक होगी अथवा नहीं ,
7, प्रेम एक तरफा तो नहीं होगा ,
8, प्रेम में अपयश तो नहीं मिलेगा ,
9, प्रेम संबंध धनाढ्य वर्ग में होगा अथवा मध्यम वर्ग में ,
10, प्रेम से धन लाभ होगा या धन हानि ,
11, किस आयु वर्ग से होगा प्रेम संबंध ,
इन बिंदु के अधार पर लेख मित्र गण ज़रूर लिखें ।
12, प्रेम विवाह के बाद संबंध स्थाई होगा की नहीं ।
1, प्रेम के उत्तरदायी ग्रह 
ज्योतिषीय दृष्टि से प्रेम को उद्दाम तरंगो पर पहुँचाने में चन्द्रमा , शुक्र , मंगल ,पंचमेश , सप्तमेश ग्रहों का पूर्ण योगदान होता है ।

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