प्रेम संबंध किस जगह पर होगा-VI


अग्रिम प्रश्न जातक के मन में रहता है कि यह #प्रेम सम्बन्ध रिश्तेदारी में होगा, मित्रवर्ग में होगा अथवा शिक्षण संस्थान में होगा अथवा किसी अन्य जगह पर होगा। इसके प्रत्युत्तर में निम्नलिखित परिस्थितियां हो सकती हैं
: 1. यदि पंचमेश अथवा सप्तमेश का सम्बन्ध द्वितीय भाव से हो रहा हो तो जातक का सम्बन्ध अपने निकटस्थ कौटुम्बिक अथवा रिश्तेदारी में होता है। 
2. यदि सप्तमेश एवं पंचमेश का सम्बन्ध हो अथवा सप्तमेश पंचम भाव में हो तो सहपाठी अथवा मित्र वर्ग में प्रेम सम्बन्ध स्थापित होता है।
 3. यदि सप्तमेश अथवा पंचमेश का सम्बन्ध हो, बुध बली हो तथा वह भी इन भावों से सम्बन्ध बनाए, तो आधुनिक संचार के माध्यमों अर्थात् इन्टरनेट, फोन आदि से प्रेम सम्बन्ध स्थापित होता है।
 4. यदि सप्तमेश एवं पंचमेश का अष्टम एवं नवम भाव से भी सम्बन्ध बने, तो यात्रा के दौरान प्रेम सम्बन्ध स्थापित होता है। 
5. यदि पंचमेश एवं सप्तमेश का सम्बन्ध षष्ठ एवं दशम भाव से हो तो सहकर्मी से प्रेम सम्बन्ध स्थापित होने की सम्भावना है। 
6. यदि पंचमेश एवं सप्तमेश का सम्बन्ध एकादश भाव से हो, तो जातक का प्रेम सम्बन्ध बड़े भाई अथवा बहन के माध्यम से हो सकता है।

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