प्रेम संबंध कब स्थापित होगा -V


 
प्रेम संबंध कब स्थापित होगा , वैसे देखा जाये तो प्रेम करने का कोई उम्र नहीं होता , न ही सीमा होता है । कहाँ भी गया है प्रेम किया नहीं जाता हो जाता है ।यह किसी भी आयु वर्ग में और किसी भी आयु वर्ग के साथ हो सकता है ।

 ज्योतिषीय दृष्टि कोण से निम्न परिस्थिति प्रेम संबंध स्थापित करता है ।
1, जन्मकालिन समय से गोचर अवधी में अपने अपने भिन्नाष्टक वर्ग सप्तमेश एवं पंचमेश 5 या 5 से अधिक रेखाओं पर हो , तब प्रेम संबंध स्थापित होने कि संभावना होता है ।
2, सप्तमेश एवं शुक्र कि दशा में जातक को विपरीत लिंग के प्रति अधिक आकर्षक उत्पन्न होता है । यदि सप्तमेश की महादशा  , अंतरदशा  , प्रत्यंतर दशा में पंचमेश अथवा मंगल की दशा चल रहा हो , तो जातक का प्रेम संबंध स्थापित हो सकता है ।

3, लग्नेश के महादशा में पंचमेश अथवा सप्तमेंश की अंतर दशा हो ।

4,एकादशेश की दशा -अतर्दशा हो , शुक्र का अंतर्दशा हो ।

5, पंचमेश  ,सप्तमेश के महादशा में जिस राशि में पंचमेंश सप्तमेश बैठे हो उसके स्वामी ग्रह के दशा या पंचम सप्तम भावमें स्थित ग्रह के अंतर दशा में प्रेम संबंध स्थापित हो सकता है ।

Comments

Popular posts from this blog

दशमांश कुंडली का महत्व

ब्रांड

अमर टापू धाम